ये पहली मुलाकात है हमारी, हम बिल्कुल ही अजनबी थे। निगाहें मिल रहीं थी हमारी पर, आ ये पहली मुलाकात है हमारी, हम बिल्कुल ही अजनबी थे। निगाहें मिल रहीं थी हम...
तुम लहर-सी लपकती बिजली-सी कौंध जाती हो तन-मन में, समा जाना चाहता हूँ तुझमें या फि तुम लहर-सी लपकती बिजली-सी कौंध जाती हो तन-मन में, समा जाना चाहता हूँ...
ये तुम्हारी आँखें हैं या दो छलकते प्यार के ज़ाम , पी लेने दो जी भरके ... और हो जाने द ये तुम्हारी आँखें हैं या दो छलकते प्यार के ज़ाम , पी लेने दो जी भरके ... औ...
ना हाथ रंगो हल्दी मेहंदी से, इन्हें स्याही से रंग जाने दो माँ। नींव बनूँगी दो-दो घर क ना हाथ रंगो हल्दी मेहंदी से, इन्हें स्याही से रंग जाने दो माँ। नींव बनूँगी...
मेरे लिए दे दो। बाँहें खोलकर एक बार तो बंद आंखों से , गुज़रती हवा को अपने गालों पर ह मेरे लिए दे दो। बाँहें खोलकर एक बार तो बंद आंखों से , गुज़रती हवा को अपन...
जाने क्यों.... जाने क्यों....